Sahu variety : टमाटर की साहू किस्म की खेती से 4 महीने में लाखों की कमाई, गेहूं-धान से तगड़ा मुनाफा!
जानें कैसे टमाटर की साहू किस्म की खेती से 4 महीने में लाखों की कमाई कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश के प्रगतिशील किसान प्रमोद वर्मा की प्रेरणादायक कहानी और खेती की विधि।
Sahu variety : टमाटर की साहू किस्म की खेती से 4 महीने में लाखों की कमाई, गेहूं-धान से तगड़ा मुनाफा!
बाराबंकी, 15 जनवरी 2025 : सर्दियों के सीजन में तमाम तरह की सब्जियों की खेती की जाती है, क्योंकि इस मौसम में कई ऐसी सब्जियां होती हैं जिनकी डिमांड भरपूर रहती है। इससे किसान अच्छी खासी कमाई कर सकते हैं।
टमाटर की खेती
हम बात टमाटर की कर रहे हैं, जो एक ऐसी सब्जी है जिसकी सालभर खेती की जा सकती है और मार्केट में इसकी डिमांड हमेशा बनी रहती है। यही कारण है कि किसान बड़े पैमाने पर टमाटर की खेती करते हैं, जिससे उन्हें अच्छा मुनाफा होता है। टमाटर की फसल ज्यादा उत्पादन के साथ तगड़ा मुनाफा भी देती है।
प्रगतिशील किसान प्रमोद वर्मा
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के सफीपुर गांव के रहने वाले प्रगतिशील किसान प्रमोद वर्मा ने पारंपरिक खेती के साथ-साथ टमाटर की खेती की शुरुआत की, जिसमें उन्हें अच्छा फायदा हुआ। आज वह करीब एक एकड़ की जमीन पर टमाटर की खेती कर रहे हैं। इस खेती से उन्हें एक फसल पर लगभग एक से दो लाख रुपये का मुनाफा हो रहा है।
साहू किस्म का टमाटर
प्रमोद वर्मा ने साहू किस्म का टमाटर लगाया है, जिसकी पैदावार अन्य किस्मों के मुकाबले अधिक होती है और इसकी फ्रूटिंग बहुत अच्छी होती है। इसके फल बड़े और चमकदार होते हैं, एक बीघे में करीब 400 कैरेट फल निकलता है।
खेती की विधि
इसकी खेती हम मल्च विधि से करते हैं, जिससे पौधों में सड़न और रोग कम होते हैं। इससे कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव भी कम करना पड़ता है।
खेती की प्रक्रिया:
- नर्सरी की तैयारी: सबसे पहले नर्सरी तैयार की जाती है।
- खेत की जुताई: खेत की जुताई कर पूरे खेत में बेड बनाकर मल्च बिछा दिया जाता है।
- पौधे लगाना: इसके बाद टमाटर के पौधे लगाए जाते हैं।
- सिंचाई: इसके बाद सिंचाई की जाती है।
- जैविक खाद एवं कीटनाशक: पौधे में जैविक खाद और कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव किया जाता है जिससे पौधा अच्छा चलता है और रोग भी नहीं लगते।
फसल की अवधि और मुनाफा
पौधा लगाने के दो महीने बाद फसल निकलनी शुरू हो जाती है, जो कि करीब 3 से 4 महीने तक चलती है।
किसान प्रमोद वर्मा की राय
प्रमोद वर्मा का कहना है कि टमाटर की खेती धान और गेहूं के मुकाबले ज्यादा फायदेमंद है। एक बीघे में लागत करीब 25 से 30 हजार रुपये आती है और मुनाफा लगभग एक से दो लाख रुपये तक हो जाता है।